“शब्दों में अपार शक्ति होती है – ये सुकून भी दे सकते हैं और तूफान भी ला सकते हैं। प्रस्तुत है एक भावपूर्ण कविता जो शब्दों की गहराई, प्रभाव और उनके मायाजाल को दर्शाती है। हर पंक्ति आपको सोचने पर मजबूर करेगी कि हम जो बोलते हैं, वो कितना कुछ बना या बिगाड़ सकता है।”
शब्द ही कटुता बोए,
शब्द ही मन मोहे ।
शब्द ही प्यार बढ़ाएं शब्द ही दूरियां बनाए।।
शब्द शब्द सब कोई कहे,
शब्द के हाथ न पांव ।
एक शब्द औषधि करे और इक शब्द करे सौ घाव ।।
शब्द ही पास बुलाए,
शब्द ही दूरियां बनाएं ।
शब्द ही मित्रता बनाए शब्द ही दुश्मनी बढ़ाएं।।
शब्द ही अंतराल,
शब्द ही अनंत-काल,
शब्द ही बनाए मालामाल शब्द ही करे कंगाल ।।
“शब्द का मायाजाल समझे ना हर कोई माई-का-लाल ।”
✍️
सोमवीर सिंह











