राहुल गांधी का नया आरोप और ‘वोट चोरी’ का खुलासा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी वोट चोरी खुलासा ने भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि देश के कई राज्यों—कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा और उत्तर प्रदेश—में मतदाता सूची (Voter List) से लाखों नाम अवैध तरीके से हटाए गए हैं। राहुल गांधी ने कहा कि यह केवल तकनीकी गड़बड़ी नहीं बल्कि एक सुनियोजित साजिश है जिसका उद्देश्य लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलना है। उन्होंने इस घटना को “लोकतंत्र पर हमला” और “Indian democracy crisis” बताया। 2025 लोकसभा चुनाव के संदर्भ में यह खुलासा विपक्ष और जनता के लिए बेहद अहम हो गया है क्योंकि मतदाता सूची की शुचिता पर ही चुनाव की नींव टिकी होती है।
आलंद विधानसभा का उदाहरण और वोटर लिस्ट घोटाला
राहुल गांधी ने कर्नाटक के आलंद विधानसभा क्षेत्र को उदाहरण बनाते हुए कहा कि यहां लगभग 6,018 नाम मतदाता सूची से हटाए गए। उन्होंने इसे वोटर लिस्ट घोटाला करार दिया और बताया कि एक बूथ लेवल अधिकारी ने इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब किया जब उसके अपने चाचा का नाम ही वोटर लिस्ट से गायब मिला। राहुल गांधी के अनुसार यह मामला केवल एक उदाहरण है, जबकि देशभर में ऐसे लाखों नाम हटाए गए हैं। Election Commission of India की भूमिका पर भी उन्होंने सवाल उठाए और कहा कि आयोग इस बड़े अपराध को नजरअंदाज कर रहा है।

फर्जी लॉगिन, मोबाइल नंबर और OTP का इस्तेमाल
राहुल गांधी के अनुसार वोट चोरी का यह खेल आधुनिक तकनीक की आड़ में खेला जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि फर्जी मोबाइल नंबर और OTP का इस्तेमाल करके वोटर डिलीशन फॉर्म भरे गए। कई मामलों में महज 14 मिनट में 12 से ज्यादा फॉर्म जमा कर दिए गए, जो व्यावहारिक रूप से असंभव है। राहुल गांधी ने कहा कि यह कोई सामान्य गलती नहीं बल्कि एक “सॉफ्टवेयर फैक्ट्री” के जरिए संचालित की जा रही साजिश है। इस पूरे मामले को उन्होंने “वोट चोरी फैक्ट्री” नाम दिया। यह आरोप सीधा चुनाव की पारदर्शिता और Indian democracy crisis से जुड़ा हुआ है।
चुनाव आयोग और सरकार पर गंभीर सवाल
कांग्रेस सांसद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में Election Commission of India और केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग को कई बार कर्नाटक CID ने पत्र लिखे लेकिन आयोग ने न तो सही जवाब दिया और न ही उचित कार्रवाई की। उनका कहना है कि मुख्य निर्वाचन आयुक्त उन ताकतों को संरक्षण दे रहे हैं जो लोकतंत्र को कमजोर कर रही हैं। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और कहा कि “प्रधानमंत्री जी लोकतंत्र की रक्षा नहीं कर रहे बल्कि इस साजिश को बढ़ावा दे रहे हैं।” इस बयान से साफ है कि आने वाले 2025 लोकसभा चुनाव में यह मुद्दा बड़ा राजनीतिक हथियार बनेगा।

विपक्ष की रणनीति और जनता की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी वोट चोरी खुलासा के बाद विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग और सरकार को घेरने की रणनीति बना ली है। सोशल मीडिया पर #VoteChori और #RahulGandhi जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। जनता के बीच यह सवाल उठ रहा है कि क्या वास्तव में उनके वोट सुरक्षित हैं? अगर मतदाता सूची से नाम अवैध तरीके से हटाए जा सकते हैं तो यह लोकतंत्र पर सीधा प्रहार है। वोटर लिस्ट घोटाला और इस तरह के आरोप न केवल राजनीतिक माहौल को गरमाते हैं बल्कि जनता का भरोसा भी कमजोर करते हैं। यही कारण है कि राहुल गांधी ने कहा, “यह तो सिर्फ शुरुआत है, असली ‘हाइड्रोजन बम’ अभी बाकी है।” उनका संकेत है कि आने वाले समय में और भी चौंकाने वाले सबूत सामने आ सकते हैं।
राहुल गांधी का यह दावा कि देश में बड़े पैमाने पर वोट चोरी हो रही है, भारतीय राजनीति को एक नए मोड़ पर ले आया है। अगर ये आरोप सही साबित होते हैं तो यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया और Election Commission of India की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर देगा। दूसरी ओर, अगर यह केवल राजनीतिक बयानबाजी साबित होती है तो इसका असर कांग्रेस की विश्वसनीयता पर पड़ेगा। जो भी हो, इतना तय है कि यह मुद्दा 2025 लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय राजनीति में सबसे गर्म चर्चा का विषय बनने वाला है।
Writer – Sita Sahay











