भारत से दोस्ती बढ़ाने के लिए चीन अचानक इतना बेताब क्यों दिख रहा है? शी जिनपिंग ने पीएम मोदी के लिए रेड कार्पेट बिछाने का फैसला यूं ही लिया, या इसके पीछे गहरी रणनीतिक वजहें हैं? इन सवालों का जवाब समझते हैं I

हाथी और ड्रैगन के साथ आने का चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने आह्वान किया, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने तियानजिन में पीएम मोदी से मुलाकात में हाथी और ड्रैगन के साथ आने का आह्वान किया. लेकिन सवाल यह है कि चीन अचानक भारत से दोस्ती बढ़ाने के लिए इतना बेताब क्यों दिख रहा है? शी जिनपिंग ने पीएम मोदी के लिए रेड कार्पेट बिछाने का फैसला लिया है या इसके पीछे गहरी रणनीतिक वजहें हैं? चलिये इन सवालों का जवाब समझते हैं I

सात साल बाद एक मंच पर नजर आए PM Modi और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की इस मुलाकात ने वैश्विक राजनीति में नई हलचल मचा दी है, पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की इस मुलाकात ने वैश्विक राजनीति में नई हलचल मचा दी है. चीन के तियानजिन में #SCO समिट से इतर हुई इस बैठक में दोनों नेताओं के बीच करीब 50 मिनट तक चर्चा हुई, जिसमें कैलाश मानसरोवर यात्रा, सीमा समझौते, बेहतर रिश्ते और व्यावसायिक संबंधों पर जोर दिया गया I

PM Modi और शी जिनपिंग की यह मुलाकात SCO समिट 2025 से इतर तियानजिन में हुई, जो दोनों देशों के रिश्तों में पिघलती बर्फ का संकेत देती है. पीएम मोदी ने गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए शी जिनपिंग का आभार जताया है. इस द्विपक्षीय बातचीत में PM Modi ने कहा, ‘पिछले वर्ष कजान में हमारी सार्थक चर्चा हुई थी. इससे हमारे संबंधों को सकारात्मक दिशा मिली. कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर शुरू हुई और दोनों देशों के बीच डायरेक्ट फ्लाइट्स भी बहाल हो रही हैं,सीमापर सैनिकों की वापसी से शांति का माहौल बना है, उन्होंने जोर दिया कि दोनों देशों के सहयोग से 2.8 अरब लोगों के हित जुड़े हैं, जो पूरी मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करेगा. उन्होंने परस्पर विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता पर आधारित रिश्तों को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई
Writer – Sita Sahay











